राष्ट्र रक्षा वाहिनी एक राष्ट्रवादी संगठन है, जिसकी स्थापना भारत के गौरव और सुरक्षा को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से की गई है। यह संगठन विशेष रूप से देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर जनजागरण और जनसंपर्क का कार्य करता है। राष्ट्र रक्षा वाहिनी” कोई संगठन (Organization) या गैर-सरकारी संस्था (NGO) नहीं है, बल्कि यह एक पूर्णतः राजनीतिक पार्टी (Political Party) है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रहित, राष्ट्रीय एकता और जनता के कल्याण के लिए लोकतांत्रिक व्यवस्था में सक्रिय भागीदारी करना है |
इस संगठन की स्थापना वर्ष 2014 में की गई थी। यह संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ पदाधिकारी माननीय इंद्रेश कुमार जी के मार्गदर्शन में कार्य कर रहा है। संगठन को देश के अनेक संतों, महात्माओं एवं राष्ट्रभक्तों का संरक्षण प्राप्त है, जिनमें प्रमुख हैं:
श्री यतीन्द्रानंद गिरि जी महाराज (वरिष्ठ महामण्डलेश्वर),
शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज,
महन्त रविन्द्र दास जी महाराज (कालीबाड़ी, गोरखपुर)
स्पष्ट विचारधारा – राष्ट्र रक्षा वाहिनी की विचारधारा राष्ट्र प्रथम पर आधारित है।
संगठनात्मक ढाँचा – पार्टी के पास राष्ट्रीय, राज्य, जिला और स्थानीय स्तर तक मजबूत ढाँचा है।
जनसमर्थन आधारित – जनता के सहयोग और विश्वास से आगे बढ़ती है।
चुनावी सक्रियता – चुनाव लड़कर लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता प्राप्त करना लक्ष्य है।
सत्ता प्राप्ति का उद्देश्य – सरकार बनाकर राष्ट्रहित की नीतियाँ लागू करना।
मजबूत नेतृत्व व कार्यकर्ता – पार्टी में समर्पित नेतृत्व और सक्रिय कार्यकर्ता जुड़े हैं।
सदस्यता प्रणाली – अधिक से अधिक नागरिकों को जोड़कर पार्टी को सशक्त बनाया जाता है।
स्पष्ट नीति-कार्यक्रम – राष्ट्रहित और जनकल्याण के कार्यक्रम निर्धारित किए जाते हैं।
जनसमस्याओं का समाधान – आम जनता की समस्याओं को प्राथमिकता से उठाया और हल किया जाता है।
विपक्षी भूमिका – सत्ता में न होने पर भी विपक्ष की भूमिका निभाकर जनता की आवाज़ उठाती है।
जनजागरण अभियान – देशभक्ति और जागरूकता फैलाने का कार्य करती है।
लोकतंत्र सशक्तिकरण – लोकतंत्र की जड़ों को मज़बूत करना लक्ष्य है।
बहुस्तरीय संगठन – स्थानीय से राष्ट्रीय स्तर तक कार्यप्रणाली है।
जनआंदोलन – राष्ट्रहित के मुद्दों पर आंदोलनों और अभियानों का आयोजन।
घोषणापत्र जारी – चुनावों में स्पष्ट घोषणापत्र जारी कर जनता को भरोसा देती है।
स्थानीय से राष्ट्रीय सक्रियता – हर स्तर पर संगठन कार्यरत है।
जनता-सरकार सेतु – जनता और सरकार के बीच सेतु की भूमिका निभाती है।
सामाजिक-आर्थिक सुधार – समाज और अर्थव्यवस्था में सुधार हेतु कार्य करती है।
राष्ट्रीय एकता व अखंडता – देश की एकता और अखंडता की रक्षा करना सर्वोच्च ध्येय है।
प्रचार-प्रसार – राष्ट्रहित के संदेश को जन-जन तक पहुँचाती है।
सत्ता प्राप्ति – लोकतांत्रिक तरीके से सरकार बनाना।
राष्ट्र सेवा – हर कार्य में राष्ट्रहित सर्वोपरि रखना।
जनकल्याण – नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारना।
लोकतंत्र संरक्षण – लोकतंत्र की रक्षा और सुदृढ़ीकरण।
नागरिक अधिकार रक्षा – आम जनता के अधिकारों की रक्षा करना।
संवैधानिक मूल्य लागू करना – संविधान की मर्यादा और सिद्धांतों का पालन।
आर्थिक विकास – राष्ट्र को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाना।
सामाजिक समानता – जाति, धर्म और वर्ग भेदभाव को समाप्त करना।
शिक्षा संवर्धन – शिक्षा को सबके लिए सुलभ बनाना।
स्वास्थ्य सेवाएँ – आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ देना।
राष्ट्रीय सुरक्षा – देश को आतंरिक और बाहरी खतरों से सुरक्षित रखना।
रोज़गार सृजन – युवाओं और नागरिकों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना।
भ्रष्टाचार उन्मूलन – भ्रष्टाचार मुक्त शासन व्यवस्था लागू करना।
किसान-मज़दूर कल्याण – किसानों और श्रमिकों को सम्मान और सुविधा देना।
युवा सशक्तिकरण – युवाओं को राष्ट्र निर्माण में अग्रणी बनाना।
विज्ञान-तकनीकी विकास – विज्ञान व तकनीक को बढ़ावा देना।
विदेश नीति मज़बूत करना – अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की पहचान सुदृढ़ करना।
अल्पसंख्यक सुरक्षा – अल्पसंख्यक वर्गों की सुरक्षा और विकास।
पर्यावरण संरक्षण – प्राकृतिक संसाधनों और पर्यावरण की रक्षा करना।
राष्ट्र प्रथम – हर नीति और निर्णय में राष्ट्र सर्वोपरि रखना।
राष्ट्र सेवा – देश के लिए समर्पित युवाओं को जोड़ना और उन्हें प्रशिक्षित करना।
आंतरिक सुरक्षा के लिए जनजागरण – विशेष रूप से कश्मीर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में आतंकवाद के खिलाफ जन आंदोलन खड़ा करना।
राष्ट्र रक्षा वाहिनी आज पूरे भारत में सक्रिय है, जिसके 1,00,000 से अधिक सक्रिय सदस्य हैं।
राष्ट्र रक्षा वाहिनी की यात्रा
2015 दिल्ली में पहला राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें देश भर से 500 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस सम्मेलन में संगठन के भविष्य के लक्ष्य और रणनीतियों पर चर्चा की गई।
राष्ट्र रक्षा वाहिनी (Rashtra Raksha Vahini) एक राष्ट्रभक्ति से प्रेरित संगठन है जिसका उद्देश्य भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, सेवा और नागरिक अनुशासन को सशक्त बनाना है। इसकी स्थापना विशेष रूप से युवाओं को राष्ट्र सेवा से जोड़ने और देशभक्ति के विचारों को जीवन में उतारने के उद्देश्य से की गई थी।
राष्ट्र रक्षा वाहिनी की स्थापना निम्नलिखित उद्देश्यों के साथ की गई थी:
राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना और आम नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में सहायता देने के लिए प्रशिक्षित करना।
युवाओं में अनुशासन, शौर्य और देशप्रेम के भाव को बढ़ावा देना।
आपदा प्रबंधन, स्वच्छता अभियान, रक्तदान, यातायात नियंत्रण, सामाजिक सेवा आदि में भाग लेना।
एक ऐसा नागरिक बल तैयार करना जो "राष्ट्र के लिए सदैव तत्पर" (Always ready for the Nation) हो।
हालांकि यह जानकारी सार्वजनिक रूप से बहुत विस्तृत नहीं है, परंतु स्पष्ट है कि राष्ट्र रक्षा वाहिनी किसी प्रकार का गैर-सरकारी संगठन (NGO) या केवल सामाजिक समूह नहीं है। यह एक पूर्णतः राजनीतिक पार्टी है, जो राज्य स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाती है और राष्ट्रहित व जनता के कल्याण के लिए कार्य करती है।
स्वयंसेवकों का संगठन (Volunteer-Based)
गैर-सैनिक लेकिन अर्ध-सुरक्षात्मक प्रशिक्षण प्रणाली
आपदा, स्वास्थ्य और नागरिक सुरक्षा में सहयोग
भारतीय संस्कृति, संविधान और वीर गाथाओं का प्रचार
"राष्ट्र के लिए सदैव तत्पर"
संगठन ने अपनी सेवाओं गतिविधियों का विस्तार किया, जिसमें शिक्षा सहायता कार्यक्रम और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान राहत कार्य शामिल थे।
संगठन का विस्तार भारत के 15 राज्यों में हुआ, जिससे इसकी पहुंच और प्रभाव में काफी वृद्धि हुई। इस दौरान कई नई शाखाएं और कार्यालय स्थापित किए गए।
राष्ट्र रक्षा वाहिनी ने अपनी स्थापना के 10 वर्ष पूरे किए। इस अवसर पर विशेष कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें संगठन की उपलब्धियों का जश्न मनाया गया।
आज, राष्ट्र रक्षा वाहिनी अपने मिशन को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर काम कर रहा है, नई पहल शुरू कर रहा है और अपनी पहुंच का विस्तार कर रहा है।
राष्ट्र रक्षा वाहिनी के प्रमुख सदस्य
National President (RRV)
National Secretary, Muslim Wing, JK
State President JK